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- सरकार देश नहीं बनाती, लोग बनाते हैं
प्रधानमंत्री ने उत्साही भारतीय समुदाय के लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अपनी इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘‘सरकार के भरोसे देश नहीं चल सकता और न चलना चाहिए. यह मेरा मानना है. लोगों को पहल करने दें. थोड़ी खिड़की खोलें और ताजा हवा आने दें’’. लोगों के जीवन में सरकार के हस्तक्षेप को कम करने की दिशा में अपनी सरकार द्वारा उठाये गए कुछ कदमों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने विधायक, सांसद या राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणपत्र सत्यापित कराने की व्यवस्था खत्म कर दी है. इस संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही थी यह व्यवस्था, मैंने उसे निकाल दिया. क्योंकि अगर हम अपनों पर भरोसा नहीं करेंगे तो लोग हम पर भरोसा क्यों करेंगे. किसी ने कहा कि ‘यह मेरा दस्तावेज है तो यह मेरा है’. जब नौकरी लगेगी तब मूल प्रमाणपत्र दिखा दें’’.