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- मलाला मेरी बेटी जैसी
सत्यार्थी ने भारत में बच्चों को बंधुआ मजदूरी और तस्करी के चंगुल से छुड़ाने को लेकर गैर सरकारी संगठन बचपन बचाओ आंदोलन चलाने के लिए इलेक्ट्रीकल इंजीनियर की नौकरी छोड़ दी थी. उन्होंने कहा कि हमें बच्चों के लिए शांति और शांति के लिए बच्चों की खातिर काम करना होगा. हमे एक ऐसी दुनिया बनानी होगी.
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