सीपीईसी को लेकर शी से जताई चिंता

Photos: मोदी ने सीपीईसी को लेकर शी के समक्ष जताई चिंता

स्वरूप ने कहा, ‘‘सकारात्मक सहमति को बढ़ावा देने के लिए हमें नकारात्मक धारणा को बढ़ने से रोकना होगा. दोनों देशों की ओर से उठाए जाने वाले विशिष्ट कदम इसमें अहम भूमिका निभाएंगे.’’ उन्होंने कहा, मोदी ने विशेष तौर पर इस बात को रेखांकित किया है कि ‘‘हम सीमा पर शांति एवं सौहार्द बरकरार रखने में सफल रहे हैं.’’ किर्गीस्तान की राजधानी बिश्केक में चीन के दूतावास पर किए गए आत्मघाती बम हमले की निंदा करते हुए मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत में कहा कि यह आतंकवाद के अभिशाप का एक और सबूत है. स्वरूप ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने दोहराया कि आतंकवाद के प्रति हमारी प्रतिक्रिया राजनीतिक हितों से प्रेरित नहीं होनी चाहिए.’’ शी ने कहा कि चीन भारत के साथ ‘मुश्किल से बनाए गए अच्छे’ संबंधों को बरकरार रखने के लिए काम करने को और द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शी के हवाले से कहा, ‘‘चीन भारत के साथ मुश्किल से बनाए गए अच्छे संबंधों को बरकरार रखने के लिए और उनके सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है.’’ विभिन्न मुद्दों पर मतभेदों के चलते तनाव का सामना कर रहे द्विपक्षीय संबंधों के बारे में मोदी ने कहा एशियाई सदी को हकीकत में बदलने के लिए इस महाद्वीप के देशों को जिम्मेदारी लेनी होगी. दोनों नेताओं के बीच यह बैठक विभिन्न मुद्दों पर दोनों देशों की आपसी असहमति की पृष्ठभूमि में हुई है. इन मुद्दों में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों को संयुक्त राष्ट्र में अधिसूचित किया जाना, चीन द्वारा एनएसजी में भारत की सदस्यता को रोका जाना और पाक अधिकृत कश्मीर के रास्ते सीपीईसी बनाया जाना शामिल है.

 
 
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