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- मंगोलिया पर मेहरबान मोदी
उन्होंने कहा कि दोनों देशों की नियति एशिया प्रशांत के भविष्य के साथ काफी निकटता से जुड़ी हुई है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं.’’ अपनी वार्ता के बाद, दोनों प्रधानमंत्रियों ने एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर कर द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने और व्यापक साझेदारी को ‘रणनीतिक साझेदारी’ तक ले जाने का वादा किया तथा अपने दोस्ताना संबंधों और सहयोग की संधि का नवीकरण करने पर राजी हुए.
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