अजीबो-गरीब थे इनके शौक

Pics : अजीबो-गरीब शौक के किस्से

महाराज कश्मीर को क्रिकेट खेलने का शौक था. एक अंग्रेज लेखक एच.टी. विकहैम ने लिखा है-दिन के तीन बजे महाराज मैदान में आते. उनके आगमन पर बैंड कश्मीरी धुन बजाता. वे अपने शिविर में हुक्का पीते रहते. साढ़े चार बजे बल्लेबाजी करने को विकेट के निकट पहुंचते. सिर पर साफा बांधे, महाराज के दो सेवक पैर में पैड बांधते, दो सेवक दस्ताने पहनाते. वे बल्ला पकड़ते, उस वक्त उनकी टीम बल्लेबाजी कर रही होती या हमारी, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं. बस अब उन्हें बल्लेबाजी करनी होती थी.एडोल्फ हक्सले को पुस्तकें पढ़ने का जबरदस्त शौक था. वे नेत्रहीन नहीं थे फिर भी ब्रेल लिपि सीखी. आंखों के सहारे पढ़ते-पढ़ते थक जाते तो ब्रेल लिपि की किताबें आंखें बंद कर पढ़ते. वे रात-रात भर अंधेरे में पढ़ते रहते. वेनिस (इटली) के एक पादरी को जुआ खेलने का शौक था. 1762 में एक शाम वह अपने कपड़े भी हार बैठा और वहां से नंगा उठकर गया.

 
 
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