कांस्य पदक मेरी 12 सालों की मेहनत का नतीजा: साक्षी

कांस्य पदक मेरी 12 सालों की मेहनत का नतीजा: साक्षी

साक्षी ने कहा, ‘‘शुरू में आप नहीं कह सकते। यह कहना मुश्किल है कि बाउट किस तरह जाएगा। मैंने पहले राउंड में हमलावर होने की कोशिश की लेकिन असफल रही। लेकिन मैंने आखिरी तीन मिनटों में अपनी उम्मीद कायम रखी।’’ साक्षी ने विनेश के बीच मुकाबले में चोटिल होने लेकर कहा कि यह देखकर उन्हें झटका लगा था लेकिन इससे वह मजबूत होकर लौटी। उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरी अच्छी दोस्त है। उसकी चोट की बारे में जानकर मैं बहुत दुखी थी। इससे मेरा मन भटका था। वह भारत के लिए पदक की बड़ी दावेदार थी और उसके चोटिल होने पर मैं काफी दबाव में आ गयी। इसने मुझे मजबूत बनाया।’’

 
 
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