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- लीजेंड मिल्खा और लुईस जब मिले गले

हिंदी में अपना संबोधन दे रहे मिल्खा ने अपने समय से लेकर मौजूदा समय तक भारतीय एथलेटिक्स के परिदृश्य को याद किया और साथ ही कहा कि जब लुईस जैसे महान एथलीट भारत में मौजूद हों तो कम से कम भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) को उनके स्वागत के लिये आगे आना चाहिये था. मिल्खा ने कहा मेरी एक ही इच्छा है कि मैं अपने जीते जी किसी भारतीय एथलीट को ओलंपिक में पदक जीतता देख सकूं.’
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