अपंगता नहीं रोक सकी गुप्टिल की उड़ान

अपंगता पर भारी हौसलों की उड़ान, गुप्टिल के पैर में सिर्फ दो उंगलियां

न्यूजीलैंड के ओपनर मार्टिन गुप्टिल जो 13 वर्ष की उम्र में पैर की तीन उंगलियां गंवाने के बावूजद क्रिकेट में रनों के एवरेस्ट पर पहुंच चुके हैं इसे उनकी हैरतअंगेज कामयाबी ही कहा जाएगा. 28 वर्षीय गुप्टिल ने विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में नाबाद 237 रन की ऐसी बेहतरीन पारी खेली जिसे बरसों तक याद रखा जाएगा. गुप्टिल की इस ऊंची उड़ान को उनकी पैर की कमी भी नहीं रोक पाई. गुप्टिल के बाएं पैर की तीन उंगलियां एक दुर्घटना में कट गई थी लेकिन जीवट के धनी गुप्टिल ने इस कमी को अपने आड़े नहीं आने दिया और क्रिकेट के मैदान पर उन्होंने सफलता के नये आयाम स्थापित कर दिये. बाएं पैर में अंगूठा और एक उंगली रहने के कारण 'टू टोज' के नाम से मशहूर हुये गुप्टिल ने अपनी इस एक पारी से क्रिकेट इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा लिया. हालांकि गुप्टिल का मानना है कि उन्होंने यादगार पारी खेली है लेकिन उनका काम अभी अधूरा है. न्यूजीलैंड की टीम विश्व कप में छह बार सेमीफाइनल में पहुंची है लेकिन एक बार भी खिताबी मुकाबले में जगह नहीं बना पाई है. गुप्टिल का लक्ष्य अब टीम को फाइनल में ले जाने के बाद चैंपियन बनाना है.

 
 
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