Pics: मौकों से भरपूर रेडियोग्राफी

Pics: मौकों से भरपूर करियर फिल्ड है रेडियोग्राफी

किसी भी बीमारी के सफल इलाज के लिए पहले बीमारी की पहचान बेहद जरूरी है. बीमारी की पहचान सिर्फ रोगी के लक्षणों के आधार पर नहीं की जा सकती बल्कि इसके लिए कुछ खास किस्म के शारीरिक परीक्षण भी कराये जाते हैं. ज्यादातर परीक्षण शरीर के अंदरूनी हिस्सों के ही होते हैं. इस किस्म के परीक्षणों को रेडियोग्राफी कहा जाता है. रेडियोग्राफी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में करियर बनाकर मेडिकल सिस्टम का विशेष हिस्सा बना जा सकता है. रेडियोग्राफी के जरिये शरीर के अंदरूनी हिस्से की जांच की जाती है. इससे मालूम किया जा सकता है कि रोगी के किस हिस्से में कौन-सी बीमारी है. रेडियोग्राफी के अंतर्गत एक्स-रे, फ्लोरोस्कॉपी, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग, एंजियोग्राफी और पोसोट्रॉन इमिशन टोमोग्राफी जैसे टेस्ट आते हैं. रेडियोग्राफी के अंतर्गत शरीर के किसी भी हिस्से की थ्री डायमेंशनल इमेज बनायी जाती है. इस इमेज को देखकर ही डॉक्टर यह पता लगाते हैं कि परेशानी की वजह क्या है. शरीर के भीतर हो रहे बदलावों की सही स्थिति जानने के लिए रेडियो इमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. इसे रेडियोग्राफी भी कहते हैं. इस तकनीक के जरिये न सिर्फ शरीर की अंदरूनी व्यवस्था का पता लगाया जाता है बल्कि कैंसर और ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारियों का इलाज भी किया जाता है. इन बीमारियों के इलाज के लिए रेडिएशन तकनीक रेडियोग्राफी के अंतर्गत आती है.

 
 
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