कहीं बदरंग न हो जाए होली...

कहीं बदरंग न हो जाए होली...

बुजुर्ग बताते हैं कि टेसू मई-जून महीने में खिलता था, जिसे सुखाकर रख दिया जाता था. होली के दिनों में उन्हीं फूलों को पानी में उबाल कर रंग बनाया जाता था. अब न ऐसा गुलाल देखने को मिलता है तथा न ही ऐसा रंग ही होली में इस्तेमाल किया जा रहा है.

 
 
Don't Miss