बेहतरीन मौकों से भरपूर फाइनेंस

 बेहतरीन मौकों से भरपूर फाइनेंस

इंडस्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक, पिछले बीस वर्षों में फाइनेंस जॉब्स में जबरदस्त बूम आया है और फाइनेंस मार्केट, सर्विस, बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर में नौकरियों की भरमार है. इनवेस्टमेंट बैंकिंग, फंड मैनेजमेंट, ट्रेजरी मैनेजमेंट, प्राइवेट इक्विटी, एनलाइटिक्स, क्रेडिट रेटिंग, रिस्क एंड वेल्थ मैनेजमेंट आदि में काफी ऑप्शन सामने आए हैं. वैश्विक प्रतियोगिता के तौर पर आज प्रशिक्षित लोगों की काफी मांग है. प्रबंधन की दुनिया में तो भारतीय छात्रों की जबर्दस्त मांग है. यदि आप फाइनेंस में रुचि रखते हैं तो देश के विभिन्न संस्थान और विश्वविद्यालय अपने-अपने स्तर से कई तरह के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स संचालित करते हैं. इन कोर्स के तहत फाइनेंस फंक्शंस, कंट्रोल सिस्टम और फाइनेंस मार्केट की बारीक बातों को समझा जाता है. इसके अलावा, कंपनी की वेल्यू, कैपिटल मार्केट और बैंकिंग की बातों को भी समझना होता है. इस फील्ड में एंट्री के लिए फाइनेंस में पोस्ट ग्रेजुएट या एमबीए की डिग्री होना आवश्यक है. इसके अलावा, छात्र कॉरपोरेट फाइनेंस जॉब्स कर सकते हैं. हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि फाइनेंस में एमबीए एक तरह से मास्टर प्रोग्राम है जिसे इंडस्ट्री में मान्यता प्राप्त है. यदि आपने ख्याति प्राप्त संस्थान से डिग्री हासिल की है तो बाजार आपको हाथोंहाथ लेगा. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत के जिन विश्वविद्यालयों में इससे संबंधित कोर्स संचालित किये जा रहे हैं वे कंपनी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते. 2007-2008 में ऐसा भी वक्त आया जब इस फील्ड में मंदी छाई थी और इनवेस्टमेंट बैंकों ने अपने यहां लोगों को नौकरी पर रखना छोड़ दिया था.

 
 
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