60 फीसद महिलाएं छोड़ देती हैं करियर

60 फीसद महिलाएं बीच में ही छोड़ देती हैं करियर: विशेषज्ञ

कार्यस्थलों पर महिलाओं को बेहतर परिवेश और समान अवसर दिये जाने की बढ़ती बहस के बीच विशेषज्ञों का कहना है कि निजी और पारिवारिक कारणों के चलते 60 फीसद महिलाओं को बीच में ही अपने करियर से नाता तोड़ना पड़ जाता है. प्रवेश स्तर पर तो ज्यादातर कंपनियां महिलाओं की नियुक्ति और उनके प्रशिक्षण के लिए काफी काम करती हैं, लेकिन महिलाओं के मध्य प्रबंधन स्तर के पदों पर पहुंचने के बाद उन्हें नौकरी पर रोकने के लिए कंपनियों को काफी प्रयास करना पड़ता है. कार्यस्थल पर लिंग आधार पर संतुलन होने पर कंपनियों के प्रदर्शन, परिचालन नतीजों और अन्य चीजों में सुधार होता है. महिंद्रा समूह की कंपनी ब्रिसलकोन की उपाध्यक्ष (एचआर और प्रतिभा प्रबंधन) रितु मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘कंपनियों को ज्यादा महिला कर्मचारियों को लाने के लिए बेहतर कार्य और जीवन संतुलन बनाना होगा और साथ ही उन्हें बड़ी परियोजनाओं के लिए तैयार करना होगा’’.

 
 
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