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- मंदिर में 'चुपके चुपके रात दिन...'

उस्ताद गुलाम अली ने कहा कि ‘भगवान हनुमान का आशीर्वाद मांगना उनके लिए सम्मान की बात है.’ गुलाम अली इस समारोह में प्रस्तुति देने वाले पहले पाकिस्तानी कलाकार हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि संगीत समारोह भारत और पाकिस्तान के बीच दूरी को पाटने में मदद करेगा. अमजद अली ने ‘वैष्णव जन ते तेने कहिए’ सहित भजन प्रस्तुतीकरण के साथ तान मिलाकर संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया और अपनी प्रस्तुति ‘गांधी राग’ के साथ समाप्त की.
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