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- आतंकी टुंडा यानी बम मास्टर

मिडिल मैन: खुफिया सूत्रों के मानना है कि 70 की उम्र पार करने के बावजूद टुंडा लगातार सफर करता रहता था. वह पाकिस्तान के पासपोर्ट पर ढाका, काठमांडू और लाहौर के चक्कर लगाता रहता था और विभिन्न आतंकी गुटों के बीच समन्वय का काम करता था. कहा जाता है कि लश्कर नेताओं और दाऊद इब्राहीम के बीच मुलाकात में टुंडे का बड़ी भूमिका थी. 2005 में दिल्ली में गिरफ्तार लश्कर के आंतकी अब्दूल रज्जाक ने स्वीकार किया था कि वह सीधे करीम के निर्देश पर काम करता था.
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