पीठ पर बोझ, आंखों में सुनहरे सपने

Women

शोध के मुताबिक जलावन की लकड़ी, चारा, पानी और अन्य कामों के लिए उन्हें मीलों पैदल चलना पड़ता है. शोध में साफ कहा गया है कि उत्तराखंड में आम तौर पर महिलाओं पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है वे पुरुषों की गैरमौजूदगी में घर की सभी धार्मिक या सामाजिक गतिविधियों में शिरकत भी करती हैं. लेकिन जब बड़े फैसलों की बारी आती है तो वे फिर हाशिए में चली जाती हैं. इस तरह से उत्तराखंड के समाज में स्त्री सस्ती श्रमिक भी है.

 
 
Don't Miss