सुभाषचंद्र बोस: अफसरी नहीं सुहाई, बना ली आजाद हिंद फौज

सुभाष चंद्र बोस: अफसरी नहीं सुहाई, बना ली आजाद हिंद फौज

स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरविंद घोष से सुभाष बहुत प्रभावित थे. वह अपने देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराना चाहते थे. रवींद्रनाथ ठाकुर की सलाह पर सुभाष भारत आने पर सर्वप्रथम मुंबई गए और गांधी जी से मिले. गांधी ने उन्हें कोलकाता जाकर देशबंधु चित्तरंजन दास 'दास बाबू' के साथ काम करने की सलाह दी. 1922 में दासबाबू ने कांग्रेस के अंतर्गत स्वराज पार्टी की स्थापना की.

 
 
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