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- अब भी जारी है शर्मिला की तपस्या
शहद की बूंदों से मंगलवार को अपना अनशन तोड़ने वाली 44 वर्षीय ‘सत्याग्रही’ ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब तक आफस्पा हट नहीं जाता वह तब तक घर नहीं जाएंगी और आश्रम में ही रहेंगी. उनके सहयोगियों ने कहा कि किसी भी भावनात्मक सैलाब से बचने के लिए शर्मिला अनशन के दौरान अपनी मां से नहीं मिलीं.
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