अब भी जारी है शर्मिला की तपस्या

PICS: इरोम शर्मिला 16 साल बाद भी अपनी मां को करवा रही हैं इंतजार, इन संकल्पों पर हैं कायम

दुनिया की सबसे लंबी भूख हड़ताल को मंगलवार को खत्म करने वाली मणिपुर की ‘लौह महिला’ इरोम शर्मिला अब भी अफस्पा न हटने तक नाखून न काटने, बाल न संवारने, घर न जाने और अपनी मां से न मिलने के संकल्प पर कायम हैं. साल 2000 में पांच नवंबर के दिन इरोम शर्मिला ने सरकार द्वारा अफस्पा हटाए जाने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने का संकल्प लिया था. उनके इस विरोध प्रदर्शन में कई आयाम थे, जो खाना-पानी न लेने से कहीं ज्यादा थे. अफस्पा के तहत सशस्त्र बलों को उनकी कार्रवाई के लिए अभियोजन से छूट मिलती है. शर्मिला के विरोध प्रदर्शन से जुड़ा सबसे कड़ा आयाम यह था कि उन्होंने अफस्पा हटवाने के अपने लक्ष्य को हासिल किए बिना अपने घर न जाने और अपनी 84 वर्षीय मां शाखी देवी से न मिलने का संकल्प कर लिया था. इन 16 साल में शर्मिला इंफाल शहर के कोने पर स्थित कोंगपाल कोंगखम लेइकई में बने अपने घर एक बार भी नहीं गईं.

 
 
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