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- 'बेतरतीबी' ही थी उनकी असल ताकत

वह कहते थे किसी के दिल को चोट पहुंचाना, मेरे ख्याल से गलत बात है. जब सलमान रुश्दी की ‘द सैटेनिक वर्सेस‘ किताब आई तो छपने से पहले ही मैंने उसे मंगवाया था. कम लोगों को पता होगा कि खुशवंत सिंह पेंगुइन वाइकिंग के सलाहकार भी थे, इसलिए उन्होंने पूरी स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद पेंगुइन वाइकिंग को सलाह दी कि भारत में इसे न प्रकाशित किया जाए.
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