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- 'बेतरतीबी' ही थी उनकी असल ताकत

बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में खुशवंत ने माना था-तमन्ना तो बहुत रहती हैं दिल में, वो कहां खत्म होती हैं. जिस्म से तो बूढ़ा हूं लेकिन आंखें अब भी बदमाश हैं. दिल अब भी जवान है. दिल में ख्वाहिशें तो रहती हैं ..आखिरी दम तक रहेंगी, पूरी नहीं कर पाऊंगा- ये भी मुझे मालूम है. खुशवंत ने कभी कुछ नहीं छिपाया. न रिश्ते और न ही जिंदगी जीने के ढब को.
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