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- अद्भुत मन्दिर जहां दी जाती है रक्तहीन बलि

चीनी यात्री ह्वेनसांग ने किया था इस मन्दिर का वर्णन : 608 फीट ऊंची पहाड़ी पर बने इस मन्दिर के विषय में इतिहासकारों का मत है कि इसे 108 ई. में बनवाया गया था. चीनी यात्री ह्वेनसांग 636-38 के यात्रा विवरण में लिखा है कि पाटलिपुत्र से 200 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम दिशा में एक चमत्कारपूर्ण देव स्थान है, जिसके शिखर से दिव्य ज्योति निकलती है. यहां पर स्थित शिलालेखों में इस मंदिर की ऐतिहासिकता बताई गई है.
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