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- ऐतिहासिक मंदिरों वाला मलूटी गांव

स्थानीय लोगों और इतिहासविदों की आपत्ति के चलते 2018 में यह काम रुक गया। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने भी कुछ महीने पहले मलूटी का दौरा किया था। यहां से लौटने के बाद अक्टूबर महीने में पर्यटन विभाग के अफसरों के साथ बैठक में उन्होंने मलूटी के मंदिरों के जीर्णोद्धार पर अब तक हुए कामकाज पर असंतोष जताया। राज्यपाल का कहना था कि इन धरोहरों को संरक्षित रखने में उनकी प्राचीन शैली और संरचना में न्यूनतम हस्तक्षेप होना चाहिए। अब राज्य सरकार का पर्यटन विभाग जल्द ही नए सिरे से दूसरे चरण का काम शुरू कराने की तैयारी कर रहा है।
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