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- बापू को समझ न पाया हिटलर !

महात्मा गांधी ने दूसरे पत्र में जर्मन तानाशाह को लिखा, ‘हम ब्रिटिश उपनिवेशवाद का नाजीवाद से कम विरोध नहीं करते. अगर कोई अंतर है तो वह इसके तौर तरीके में है. ब्रिटिश शासन का विरोध करने से हमारा तात्पर्य किसी भी स्थिति में ब्रिटेन के लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं है. हम उन्हें बदलना चाहते हैं, युद्ध में पराजित करना नहीं. हम ब्रिटेन के खिलाफ बिना हथियार के विद्रोह कर रहे हैं.’
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