विंटेज एंड क्लासिक कार रैली में गोडसे की ‘किलर कार’ भी शामिल

PICS: 51वीं वार्षिक विंटेज एंड क्लासिक कार रैली का आयोजन, गोडसे की ‘किलर कार’ भी शामिल

राष्ट्रीय हरित अधिकरण और सरकार के 15 साल से ज्यादा पुरानी कारों के परिचालन को बंद करने की कोशिशों के बीच विंटेज कार (पुराने जमाने की कार) के मालिकों और इससे जुड़े संगठनों का प्रयास है कि इन कारों को विरासत का दर्जा मिले ताकि इनका संरक्षण किया जा सके. राजधानी के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आज 51वीं वार्षिक स्टेट्समैन विंटेज एंड क्लासिक कार रैली का आयोजन हुआ. यह देश में आयोजित होने वाली सबसे पुरानी विंटेज कार रैलियों में से एक है. इस रैली की शुरूआत 1964 में हुई थी. इस रैली की आयोजक कंपनी स्टेट्समैन लिमिटेड के विपणन प्रबंधक भूपिंदर सिंह ने कहा, ‘‘हम सरकार से इन कारों (विंटेज) को विरासत कार (हेरिटेज कार) का दर्जा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि इन्हें अधिकरण के 15 साल से ज्यादा पुरानी कारों का परिचालन बंद करने के आदेश से राहत मिल सके. ये कारें भारत की विरासत हैं और इनका संरक्षण जरूरी है.’’ रैली में सबसे पुरानी कार 1914 की जॉन मॉरिस शामिल हुई है जो हैदराबाद के निजाम की थी. लोगों के बीच सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र नाथूराम गोडसे की वह कार है जिसका इस्तेमाल उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के बाद भागने के लिए किया था. इसका नाम ‘द किलर कार’ है.

 
 
Don't Miss