- पहला पन्ना
- फिल्म
- 'ये मेरे वतन के लोगों'

इसके बाद 1950 में प्रदर्शित फिल्म मशाल में उनके रचित गीत 'ऊपर गगन विशाल नीचे गहरा पाताल, बीच में है धरती वाह मेरे मालिक तुने किया कमाल' भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ. इसके बाद कवि प्रदीप ने पीछे मुडक़र नहीं देखा और एक से बढ़कर एक गीत लिखकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया. 1954 में प्रदर्शित फिल्म नास्तिक में उनके रचित गीत 'देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान कितना बदल गया इंसान' समाज में बढ़ रही कुरीतियों के ऊपर उनका सीधा प्रहार था. 1954 में ही फिल्म जागृति में उनके रचित गीत की कामयाबी के बाद वह शोहरत की बुंलदियों पर जा बैठे.
Don't Miss