गलती का अहसास कराती है ‘सुपर नानी’

Exclusive: परिवार को गलती का अहसास कराती है ‘सुपर नानी’:  शरमन जोशी

फिल्म ‘सुपर नानी’ के बारे में आपको क्या कहना है? फिल्म के बारे में मेरा कहना है कि यह एक ऐसी उम्रदराज महिला की कहानी है जिसे एक समय उसका परिवार नजरअंदाज करना शुरू कर देता है. उसे घर में एक फालतू चीज की तरह ट्रीट किया जाने लगता है. उसी दौरान पंद्रह साल बाद विदेश से उसका नाती मन आता है. जब वह नानी के प्रति इस तरह का व्यवहार देखता है तो उनका हक दिलवाने के लिए उनमें दोबारा से विश्वास पैदा करता है. वह उन्हें नानी से सुपर नानी बनाने में मदद करता है.

 
 
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