गलती का अहसास कराती है ‘सुपर नानी’

Exclusive: परिवार को गलती का अहसास कराती है ‘सुपर नानी’:  शरमन जोशी

‘सुपर नानी’ से आपका क्या तात्पर्य है? मेरे कैरेक्टर का नाम मन है. मन जब देखता है कि जो औरत एक वक्त सारे परिवार की सव्रेसर्वा हुआ करती थी, एक उम्र तक पहुंचने के बाद उसके साथ परिवार के लोग इस तरह का व्यवहार कर रहे थे जैसे वह कोई फालतू चीज हो. वह परिवार को एहसास दिलवाता रहता है कि जिसे आप नजरअंदाज कर रहे हैं, वह आज भी उनसे कहीं ज्यादा अहम है. यहां तक कि जब नानी उस उम्र में सुपर मॉडल बन जाती है तो परिवार को अपनी गलती का एहसास होता है.

 
 
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