महफिलों से मिली शोहरत ने बनाया अजीम शायर

PICS: गुलजार को मुशायरों और महफिलों से मिली शोहरत ने बनाया अजीम शायर

फिल्म इंडस्ट्री के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्त मशहूर शायर और गीतकार गुलजार को मुशायरों और महफिलों से मिली शोहरत तथा कामयाबी ने पिछले चार दशक में फिल्म जगत का एक अजीम शायर और गीतकार बना दिया है. गुलजार को शनिवार को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. पंजाब (अब पाकिस्तान के) झेलम जिले के एक छोटे से कस्बे दीना में कालरा अरोरा सिख परिवार में 18 अगस्त 1936 को जन्मे संपूर्ण सिंह कालरा (गुलजार) को स्कूल के दिनों से ही शेरो-शायरी और वाद्य संगीत का शौक था. कॉलेज के दिनों में उनका यह शौक परवान चढने लगा और वह अक्सर मशहूर सितार वादक रविशंकर और सरोद वादक अली अकबर खान के कार्यक्रमों में जाया करते थे.

 
 
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