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- कब थमेगा मौसम का कहर, खतरे में हजारों लोग

उत्तराखंड में आपदा में फंसे करीब छह हजार से ज्यादा लोगों तक राहत पहुंचाना और उन्हें सुरक्षित जगह पर ले जाने की चुनौती है. वहीं बाढ़ पीड़ित केदारनाथ और आस-पास के इलाकों में तलाशी और राहत अभियान लगभग पूरा हो गया है. सेना को कोई अन्य जीवित व्यक्ति नहीं मिला है और रक्षा एवं अर्धसैन्य बल के जवान अब अपना तलाशी और राहत कार्य समेट रहे हैं. रद्रप्रयाग जिले में बचाव अभियानों के नोडल अधिकारी रविनाथ रमन ने सोमवार को गुप्तकाशी में कहा, ‘‘केदारनाथ के आस-पास के जंगलों में अब कोई जीवित व्यक्ति नहीं मिल रहा है. सभी जीवितों को बाहर निकाल लिया गया है’’. एनडीआरएफ के अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे दल रामबाड़ा, गौरीकुंड और केदारनाथ में भी थे लेकिन वे रात तक लौट आएंगे. सेना और अर्धसैन्य बल के जवानों ने जंगल की बारीकी से तलाशी ली है. अब वहां और लोग नहीं है. सभी जीवित व्यक्तियों को निकाल लिया गया है’’. शवों के गलने और सड़ने के कारण बदबू आ रही है जिसकी वजह से एनडीआरएफ के कुछ जवानों ने मास्क से अपने मुंह ढके हुए हैं.