बाबा से चमत्कार की उम्मीद

 केदारघाटी की बस्तियों में अब भी श्मशान सा सन्नाटा, बाबा से ही चमत्कार की उम्मीद

केदारघाटी में वीरानगी का आलम यह है कि यात्रा सीजन में जहां कभी रातें गुलजार होती थीं, वहां अब दिन भी सूने हैं. यात्रा रूट में सबसे अधिक व्यस्त रहने वाले गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग, बड़ासू, रामपुर, सीतापुर और गौरीकुंड के बाजारों में आज तक सन्नाटा पसरा है. आपदा से हुई तबाही का मंजर जस का तस है. हालात कब सुधरेंगे, कहा नहीं जा सकता. ग्रामीणों को अब मात्र बाबा केदार से ही चमत्कार का आसरा है.

 
 
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