आदिवासियों की Facebook पंचायत

आदिवासियों की अनोखी Facebook पंचायत

मध्यप्रदेश के बड़वानी में फेसबुक के जरिए गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान के पढ़े लिखे आदिवासी युवाओं ने अपने पिछड़े समाज की स्वास्थ, शिक्षा एवं अन्य समस्याओं से लड़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग साईट का लिया है सहारा. फेसबुक के जरिए अपने समाज को नई दिशा देने व देश में अपनी अलग पहचान बनाने की मुहिम शुरू कर दी है. अपनी इसी सोच को अंजाम देने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान के अलावा दिल्ली में कार्यरत आदिवासी युवा फेसबुक पंचायत के जरिए मिले. यह अनोखी फेसबुक पंचायत बड़वानी के कृषि उपज मंडी में आयोजित की गई. पहले एक दूसरे को न तो कभी देखा और न कभी मिले फिर भी दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि हजारों मीलों की दूरी पर रहने वाले सैकड़ों लोग फेसबुक के माध्यम से प्राप्त निमंत्रण के चलते सैकड़ों युवा अपने समाज को समस्याओं से निजात दिलाने के लिए मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल जिले बड़वानी जा पहुंचे.अपनी संस्कृति को जिंदा रखने के लिए फेसबुक के माध्यम से कई संगठन व कई ग्रुप जुड़े हैं. जिसमें आयुष संगठन महाराष्ट्र, गोंड़, बारेला एवं भिलाला जाति के लगभग 29000 युवा इस फेसबुक के माध्यम से जुड़े हैं. इन संगठनों से जुड़े युवा अपने समाज से जुड़ी रीतियों गतिविधियों को पोस्ट करते हैं और लगातार फेसबुक चैटिंग व मेसेजिंग के जरिए एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं.

 
 
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