ये है शीला की परेशानी

ये है शीला की परेशानी

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सहित सैकड़ों महिलाओं ने सामूहिक बलात्कार की शिकार पीड़ित छात्रा के लिए मौन जुलूस में भाग लिया. दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सहित सैकड़ों महिलाओं ने सामूहिक बलात्कार की शिकार एक छात्रा को न्याय की मांग को लेकर निकाले गये मौन जुलूस में भाग लिया जबकि इस मुद्दे पर जंतर मंतर पर कुछ लोगों का अनशन लगातार जारी है. शीला ने बुधवार की सुबह यहां बाल भवन से राजघाट तक ‘महिला सुरक्षा सम्मान मार्च’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जिसमें सौ से अधिक महिलाओं ने भाग लिया. मुख्यमंत्री प्रदर्शनकारियों के साथ आईटीओ तक पैदल गईं. प्रदर्शनकारियों के हाथों में ‘हम सुरक्षा चाहते हैं’ और ‘महिलाओं के खिलाफ हिंसा रोको’ जैसे नारों वाली तख्तियां थीं. राजघाट पर महात्मा गांधी के कुछ पसंदीदा भजन बजाये गये और बलात्कार की शिकार होने के बाद सिंगापुर में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाली लड़की की याद में एक मिनट का मौन रखा गया. शीला दीक्षित सहित कई लोगों ने गांधी की समाधि पर फूल चढाए. जुलूस में शामिल एक प्रदर्शनकारी अहाना सिंह ने कहा कि जब हम रात में सड़क पर चलते हैं, हम सुरक्षित महसूस करना चाहते हैं. हम बलात्कार या छेड़छाड़ होने के डर में नहीं जीना चाहते. अनुष्का सिंह ने कहा कि हम केवल इस घटना की वजह से सड़क पर नहीं उतरे हैं. पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली भारत में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर बन गया है. यह बदलना चाहिए. यह प्रदर्शन जुलूस दिल्ली महिला आयोग द्वारा आयोजित किया गया था. उधर सामूहिक बलात्कार के अपराधियों को कड़ी सजा की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर कुछ लोगों के समूह का प्रदर्शन जारी है. घटना के विरोध में जंतर मंतर पर दो लोगों का अनशन जारी है और उन्होंने दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की है. प्रदर्शन स्थल पर बडी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं.

 
 
Don't Miss