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- अब डीटीसी में बैठना भगवान भरोसे!
आचार्युलु ने लिखा, ‘‘चिंता की बात है कि आरटीआई आवेदन 18 जून 2012 का है जो नौकरशाही के अलग-अलग स्तर से गुजर रहा है और अभी तक मुकाम तक नहीं पहुंचा है. गवाही के दौरान सतर्कता अधिकारी और याचिकाकर्ता ने कहा कि बिना फिटनेस के ऐसी सैकड़ों नियुक्तियों का मामला है और इसकी जांच किए जाने की जरूरत है’’. आचार्युलु ने कहा कि वह एक नागरिक की हैसियत से यह पत्र लिख रहे हैं और इस मामले पर गंभीरता से गौर करने की जरूरत है.
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