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- 'बच भी गई तो जिंदगी भर खा नहीं पाएगी'

पीड़ित लड़की के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं. बेहद कम तनख्वाह मिलती है. घर पर मां के अलावा दो छोटे भाई हैं जो पढ़ते हैं. पिता ने कहा कि हमने बेटी की पढ़ाई में सारा पैसा लगा दिया. पूरा परिवार इसी पर निर्भर है और हम सबको उम्मीद थी कि नौकरी पर लगकर बेटी पूरे परिवार का सहारा बनेगी.
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