रतलाम के साहूकार हनुमान जी

रतलाम के साहूकार हनुमान जी, लोगों को देते हैं कर्ज

गौरतलब है कि यहां तीन हजार रुपए से ज्यादा किसी को कर्ज नहीं दिया जाता. हनुमान जी की मूल राशि का हिसाब भी बही खातों में रखा जाता है. इसके लिए एक व्यक्ति नियुक्त है. साल भर का पूरा हिसाब करने के बाद जो आय होती ही उसे फिर से कर्ज के रूप में लोगों को दे दिया जाता है. यहां मंदिर निर्माण के लिए आज तक चंदा नहीं लिया गया. अभी सवा सौ से भी अधिक लोगों ने कर्ज ले रखा है, जिससे डेढ़ लाख की आय हो रही है. इसके अलावा 'साहूकार' हनुमान जी 14 बीघा जमीन के मालिक भी हैं.

 
 
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