- पहला पन्ना
- क्षेत्रीय
- ये हैं ‘मेडिसिन बाबा’, दवाओं से करते हैं मदद

‘बची दवाइयां दान में, ना कि कूड़ेदान में’ के ध्येय वाक्य के साथ काम कर रहे ओंकार नाथ ने कहा, ‘‘सोचा था कि आसान काम है लेकिन ऐसा नहीं है. बहुत मुश्किल काम है लेकिन मैं रुका नहीं बल्कि काम को और बढ़ा रहा हूं.’’ एक ब्लड बैंक में मेडिकल सहायक के तौर पर काम कर चुके ओंकारनाथ बताते हैं कि पूरे भारत से और कई दूसरे देशों से भी इस परोपकार के काम में लोग उनसे संपर्क करते रहते हैं और दवाएं भी भेजते हैं.
Don't Miss