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- एक फोन कॉल पर तांगा हाजिर
मोंढे ने बताया कि उनका संगठन विशेष तांगों में जुतने वाले हर घोड़े को उचित खुराक और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश भी कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘हम इस होलकरकालीन शहर में तांगों की विरासत को आने वाली पीढ़ियों के लिये जिंदा रखना चाहते हैं.’
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