Photos: बूंद-बूंद को तरसते लोग

Photos: बूंद-बूंद को तरसते लोग

गुजरात के पाटन जिले में एक पंचायत है सुणसर. यहां के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए हैं. गुजरात के पाटन जिले में एक पंचायत है सुणसर. इस पंचायत में आने वाले चार गांव ऐसे हैं जहां मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के तमाम दावे खोखले और साबित होते हैं. यहां के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए हैं. खेतों में पानी नहीं है, लेकिन ओएनजीसी यहां के खेतों से तेल जरूर निकालती है. पानी की समस्या का आलम यह है कि पीने के पानी के लिए दो घंटे की मशक्कत के बाद एक घड़ा पानी नसीब हो पाता है और घर के अन्य काम तथा खेत के लिए तो पानी तीन किलोमीटर दूर बने तालाबों से पाइप के जरिये लाया जाता है. पंचायत के गांव अम्बलीपुरा गांव की स्मिता बेन अपने दो बच्चों के साथ एक कुएं से प्लास्टिक के पांच लीटर वाले गैलन में रस्सी बांधकर पानी निकाल रही थी. कुएं में झांककर देखने पर पानी कहीं नजर नहीं आता. नजर आते हैं तो कुछ छोटे-छोटे गड्ढे जिनमें रिस-रिस कर पानी जमा होता है और स्मिता के बच्चे उससे पानी निकालते हैं और वह खुद उन्हें घड़े में भरती है. यह पूछने पर कि कितनी देर में उनका यह घड़ा भर जाता है, वह बताती है कि हम 10.30 बजे आए थे. लगभग 12 बज गए होंगे और घड़ा आधे से अधिक ही भरा है.

 
 
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