- पहला पन्ना
- क्षेत्रीय
- बाढ़ की चपेट में फिर बिहार

अगर ये राशि पिछले 66 सालों से हो रही तबाही को रोकने में लगायी जाती तो शायद नदियों की चाल मदमस्त होती. ये तबाही नहीं लाती है. लहलहाते फसलों की सौगात लाती ये इलाका सिर्फ खुशहाल नहीं होता पूरे बिहार को अनाज से खुशहाल कर देता अब तो उत्तर बिहार की नौ नदियों ने भी सरकारों की तरह सियासत सीख ली है.
Don't Miss