Photos:मुंबई की यादों में काली पीली Taxi

Photos:मुंबई की यादों में रह गईं काली पीली Taxi, हटेंगी मुंबई की सड़कों से

एक अगस्त से मुंबई की पहचान रही 20 साल पुरानी कोई भी काली पीली टैक्सी यानि फिएट प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी नजर नहीं आएगी. मुंबई की पहचान रही पद्मिनी टैक्सी अब मुंबई में खोजने से नहीं मिलेगी. 20 साल से ज्यादा पुरानी प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी को राज्य सरकार ने सड़क से हटाने का फैसला किया है. ऐसी ज्यादातर टैक्सियां 20 साल से ज्यादा पुरानी हैं. मुंबई में 20 साल पुराने ऑटो और टैक्सियों पर रोक लगाने का असर 16 हजार ऑटो और 14 हजार टैक्सियां पर पड़ेगा. यातायात विभाग ने यह निर्णय प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए लगाया है. फिएट प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी को इटली की कंपनी फिएट और भारत की प्रीमियर ऑटोमोबाइल्स मिलकर बनाती थी, लेकिन साल 2000 के बाद से इन टैक्सियों का प्रोडक्शन बंद कर दिया. फोर्ड कंपनी के लाइसेंस के तहत बनाई जा रही इन टैक्सियों का निर्माण 2000 में बंद कर दिया गया, बावजूद इसके मुंबई की सड़कों पर इन टैक्सियों का दबदबा बना रहा. पिछले कई सालों में सरकार ने फिएट प्रीमियर पद्दमिनी टैक्सी को लेकर कई नियमों में बदलाव किए. इससे पहले फिएट टैक्सी के काले पीले रंग को बदलने की चर्चा जोरो शोरों पर थी. वहीं डीजल से पेट्रोल, फिर पेट्रोल से सीएनजी करने के बाद नया परमिट, बोली भाषा को लेकर विवाद, ग्रीन टैक्स का झमेला भी आया आखिरकार अब इन पुरानी टैक्सी की छुट्टी हो रही है. अधिकारियों का कहना है कि ये टैक्सियाँ पुरानी हैं और काफी प्रदूषण करती हैं, वहीं नई टैक्सियों में सफर काफी आरामदेह हैं. इससे पहले दिल्‍ली सरकार ने भी ऑटो और टैक्सियों को लेकर ऐसा ही फैसला लिया था जिसके बाद प्रदूषण पर काफी कंट्रोल हुआ है.

 
 
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