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- रीति-रिवाजों से शवों की सामूहिक अंत्येष्टि
केदारनाथ में मौसम साफ होने के कारण गुरूवार को भी शवों का सामूहिक अंतिम संस्कार जारी रहेगा. गौरतलब है कि बुधवार से मौसम थोड़ा साफ होने पर और महामारी का खतरा बढ़ने के बाद शवों का सामूहिक अंतिम-संस्कार शुरू किया गया था. आईएएस अधिकारी रविनाथ रमण ने गुप्तकाशी से बताया, ‘‘खराब मौसम की वजह से पिछले दो दिनों से टल रहे शवों के दाह-संस्कार का काम बुधवार से केदारनाथ में आखिरकार शुरू कर दिया गया’’ उससे पूर्व, सीआईडी के डॉ. दयाल सरन और उनके फोरेंसिक अधिकारियों की टीम केदारनाथ घाटी में लावारिस शवों से डीएनए एकत्र करने के दुरूह अभियान पर निकली. फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने बाढ़ और भूस्खलन से तबाह हुए इलाकों में टनों मलबे के नीचे से निकाले गए शवों के डीएनए एकत्र कर उनका एक डाटाबेस तैयार किया है ताकि उनकी पहचान हो सके. चारधाम हैलीपैड पर सरन ने बताया, ‘‘हमने शवों से डीएनए के नमूने एकत्र किए जिसमें मुख्य रूप से उनके जड़ समेत बाल, त्वचा के टुकड़े और दांत शामिल है. हमारे एकत्र किए गए आंकड़ों के इस डेटाबेस से बाद में शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू होगी’’