मंगलमूर्ति के स्वागत में जुटा हर कोई

 सबकुछ भूल मंगलमूर्ति के स्वागत में जुटा हर कोई

प्रो. गुप्ता ने कहा कि एकता का यह शंखनाद महाराष्ट्रवासियों को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एकजुट करने में बेहद कारगर साबित हुआ. तिलक ने ही मंडपों में गणेश की बड़ी-बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना को प्रोत्साहन दिया. गणेश चतुर्थी के दसवें दिन गणेश विसर्जन की परंपरा भी उन्होंने शुरू की.

 
 
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