'गैंगरेप आरोपी को कोई पछतावा नहीं'

दिल्ली गैंगरेपः डिप्रेशन ने बनाया दरिंदा, कोई पछतावा नहीं

दिल्ली में रविवार रात एक मेडिकल स्टूडेंट के साथ हुए गैंगरेप का मुख्य आरोपी ड्राइवर राम सिंह अस्थिर और हीन भावना से ग्रस्त व्यक्ति है. राम सिंह के दोस्त उसे पागल के नाम से बुलाते हैं. जांच के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह कैसे अपना आपा खो बैठा और लड़की के साथ वहशी बर्ताव किया व उसके बॉयफ्रेंड को बुरी तरह मारा. एक सूत्र के अनुसार - लड़की के विरोध करने व उसका हाथ काटने पर राम सिंह आपा खो बैठा. शराब का नशा व लड़की के विरोध से उसपर पागनपन सवार हो गया. उसने एक रॉड उठाई और दोनों को जहां-तहां मारने लगा. उसके साथी भी ऎसा ही करने लगे. दो साल पहले अपनी पत्नी के निधन के बाद से राम सिंह छोटी-छोटी बात पर ही गुस्सा होने लगा. उसके खिलाफ दुर्घटना का एक मामला दर्ज है तथा वह कई झगड़े के मामलों में शामिल रहा है. वह अपने पड़ोस की एक लड़की के साथ भी भाग चुका है. उसकी कोई संतान नहीं है. 2009 में उसका रोड ऐक्सिडेंट हो गया था. इसमें उसके दोनों हाथ मुड़ गए थे. तब से उसके हाथ इसी हालत में हैं. राम सिंह ने पुलिस को बताया कि अपंगता की वजह से उसमें हीन भावना आ गई थी. उसका कहना है कि पत्नी की मौत के बाद अकेलेपन ने उसमें डिप्रेशन भर दिया था.

 
 
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