मसूरी पर फिदा हुए शक्ति आऊ

 उत्तराखंड की वादियों पर फिदा हुए अभिनेता शक्ति कपूर

आज फिल्मों में हीरो व विलेन में क्या फर्क है. आज अधिकतर हीरोज में विलेन बनने का मूड है. विलेन व हीरो में अंतर नहीं रह गया. फिल्म इंड्रस्टी का बिजनेस बढ़ने के साथ लोग हीरो को भी विलेन के रूप में पंसद करने लगे हैं. फिल्में समाज में अश्लीलता बढ़ा रही हैं. फिल्म इंड्रस्टीज एकमात्र जगह है जहां महिलाओं को सबसे अधिक सम्मान दिया जाता है. फिल्म इंड्रस्टी में हीरोइनें हीरो से अधिक प्राइज ले रही हैं. रही बात अश्लीलता की तो अब फैशन का जमाना है. अगर हीरोइन तय कर ले कि वह टू-पीस नहीं पहनेगी तो उस पर कोई जबरदस्ती नहीं कर सकता.इसके बाद भी किसी को लगता है कि अश्लीलता है तो वह चैनल बदल ले.ऐसा कुछ होता तो मैं अपनी बेटी श्रद्धा को फिल्मों में काम नहीं करने देता. आप अपनी बेटी के साथ फिल्में करेंगे.

 
 
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