मां-बाप ने ही मारा था आरूषि को!

आरूषि-हेमराज की आपत्तिजनक हालत बर्दाश्त नहीं कर पाए थे पेरेंटस!

आरूषि-हेमराज चर्चित मर्डर केस में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है जिसमें कहा गया है कि दोनों को बेडरूम में ही मारा गया था. नोएडा के आरूषि हेमराज हत्या मामले में गाजियाबाद की अदालत में गुजरात फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के निदेशक डॉक्टर महेंद्र सिंह दाहिया ने नया खुलासा किया है. फोरेंसिक लैब के मुताबिक आरूकि और हेमराज दोनों की हत्या बेड पर ही हुई. दोनों को पहले गोल्फ स्टिक या हॉकी स्टिक से मारा गया फिर उनके गले को सर्जिकल ब्लेड से काटा गया. दोनों के गले एक कान के नीचे से दूसरे काने के नीचे तक कटे थे. हेमराज के शव को एक चादर में लपेट कर छत पर ले जाया गया. मगर बीच में शव गिर गया और उसका खून कुछ जगहों पर लग गया. छता पर एक आरोपी के हाथ का छाप भी मिला. उनके मुताबिक जांच में पाया गया कि हेमराज का शव छत पर ले जाकर उसका गला काटा गया. जिस बेड के कवर में उसे छत पर ले जाया गया. उसे शव के नीचे से खींचकर निकाला गया. दहिया ने यह भी कहा कि अपराध का कारण यह था कि दोनों बेडरूम में आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए थे. जिसके बाद उनपर हमला हुआ था. मामले की अगली सुनवाई अब 11 अप्रैल को होगी. अभियोजन की ओर से सीनियर पीपी आरके सैनी और बीके सिंह ने गवाह डा. मोहेंदर सिंह दहिया को कोर्ट में पेश किया. गवाह ने बताया कि 9 अक्तूबर 2009 को सीबीआई टीम के साथ वह घटनास्थल पर गया था. घटनास्थल वाले मकान की पुताई हो चुकी थी. जांच में यह बात भी सामने आई है कि हेमराज का गला काटने वाले का पैर छत पर पड़े पाइप में उलझ गया. इसी के चलते उसका खूनी पंजा दरवाजे के बगल दीवार में लग गया.

 
 
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