सुसाइड के बढ़ते मामलों को लेकर कोटा कलेक्टर ने अभिभावकों को लिखा भावुक पत्र

Last Updated 01 May 2024 01:46:21 PM IST

हाल ही में कोटा में आत्महत्या के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, कोटा जिला कलेक्टर डॉ. रविंदर गोस्वामी ने मंगलवार को अभिभावकों को एक भावुक पत्र लिखा है।


आईएएस अधिकारी बनने से पहले गोस्वामी एमबीबीएस डॉक्टर (एमबीबीएस) थे।

गोस्वामी ने मंगलवार को लिखे पत्र में कहा कि असफलता सुधार करने और उसे सफलता में बदलने का एक अवसर है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को उनकी गलतियां सुधारने का मौका दें और बच्चों की खुशी को परीक्षा में प्राप्त अंकों से न जोड़ें।

उर्दू के शायर साहिर लुधियानवी की एक शायरी का हवाला देते हुए गोस्वामी ने विद्यार्थियों को 'प्रिय बच्चों' कहते हुए अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि असफलताएं व्यक्ति को जीवन में की गई गलतियों पर काबू पाने और असफलताओं को सफलता में बदलने का अवसर देती हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा जीवन का केवल एक चरण है। यह अंतिम लक्ष्य नहीं है और यह किसी के जीवन की दिशा निर्धारित नहीं कर सकती।

जिलाधिकारी ने कहा, "मैं इसका उदाहरण हूं। मैं भी पीएमटी में फेल हो गया था,''

उन्होंने छात्रों को लिखे पत्र में कहा, ''हम केवल कड़ी मेहनत कर सकते हैं और यह भगवान पर निर्भर है कि वह हमें फल प्रदान करे। अगर वह हमें सफल बनाता है, तो ठीक है, लेकिन अगर वह हमें असफल बनाता है, तो इसका मतलब है कि वह हमारे लिए दूसरा रास्ता बना रहा है।"

गोस्वामी ने लिखा, "आप महान भारत के महान बच्चे हैं और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए केवल एक परीक्षा को अंतिम परीक्षा नहीं माना जा सकता।"

उन्होंने छात्रों को लिखे अपने पत्र का अंत यह कहते हुए किया कि यदि कोई चलता है, तो गिरता है, लेकिन यह तभी सार्थक है जब कोई गिरकर उठता है और लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ता है।

इसी तरह माता-पिता को एक अलग पत्र में जिलाधिकारी ने अपने बच्चों को सभी सुविधाएं प्रदान करने में उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने माना कि उनकी ख़ुशी उनके बच्चों की ख़ुशी में निहित है, लेकिन उन्होंने कहा कि समस्या तब उत्पन्न होती है जब बच्चों की ख़ुशी परीक्षा में प्राप्त अंकों से जुड़ी होती है।
 

भाषा
जयपुर


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment