अभी बुड्ढा नहीं हूं जो संन्यास ले लूं : धोनी
विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार के बाद संन्यास की खबरों का खंडन करते हुए धोनी ने कहा कि वह अभी इतनेबूड्ढे नहीं हुए हैं जो क्रिकेट को अलविदा कह दें.
धोनी ने संन्यास की खबरों का खंडन किया. |
ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली पराजय के साथ गत चैंपियन भारत का विश्व कप में खिताब बचाने का सपना टूटा. इसी के साथ ही धोनी के संन्यास की अटकलें लगनी शुरू हो गयी इस पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह अभी इतने बुड्ढे नहीं हुये हैं कि क्रिकेट को अलविदा कह दें.
विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन के साथ अपराजेय रही टीम इंडिया का विजयी क्रम सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों टूटा और भारत 95 रन से हारकर बाहर हो गया. मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में धोनी से जब संन्यास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसका मजाकिया अंदाज में जवाब देते हुये कहा मैं अभी इतना बुड्ढा नहीं हूं कि संन्यास ले लूं.\'\' गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी के वनडे से भी संन्यास को लेकर अटकलें लग रही थी और इसे उनका आखिरी विश्व कप टूर्नामेंट माना जा रहा था.
33 वर्षीय कप्तान ने अगले विश्व कप को लेकर पूछे जाने पर कहा मुझे नहीं पता कि आगे क्या होगा. मैं 33 वर्ष का हो चुका हूं और फिट भी हूं. लेकिन शायद ट्वंटी-20 विश्व कप के बाद मैं विश्व कप 2019 को लेकर कोई निर्णय करूंगा.\'\'
भारतीय कप्तान ने हालांकि माना कि उनके लिये सह मेजबान टीम से मिला 300 से अधिक का लक्ष्य काफी मुश्किल था. धोनी ने कहा ऑस्ट्रेलिया ने मैच में आलराउंड प्रदर्शन किया और 300 से अधिक रन बनाये. इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना हमेशा मुश्किल होता है. हमने अच्छी शुरूआत की थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी अच्छी थी.\'\'
उन्होंने कहा हम टूर्नामेंट की शुरूआत में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और इससे हम खुश थे. शिखर धवन का आउट होना काफी मुश्किल में डाल गया. इतने बड़े शाट खेलने की जरूरत नहीं थी लेकिन जब आपको 300 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करना होता है तो बल्लेबाज निश्चित ही दबाव में होता है और खिलाड़ी ऐसा कर जाता है जो नहीं करना चाहता है.\'\'
भारतीय कप्तान ने टूर्नामेंट में शुरूआत से ही निचले बल्लेबाजी क्रम को लेकर चिंता जताई थी और एक बार फिर उन्होंने कहा हमारे निचले क्रम के बल्लेबाजों ने अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया और मुश्किल परिस्थतियों में वे रन नहीं बना पाते हैं. कई अच्छी टीमों के निचले क्रम के खिलाड़ी हमेशा योगदान देते हैं और यह अहम होता है. \'\'
कप्तान धोनी ने साथ ही प्रशंसकों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम पिछले चार महीने से ऑस्ट्रेलिया में है और प्रशंसक भी एक जगह से दूसरी जगह ट्रैवल कर रहे हैं. इसलिये उनका भी अहम योगदान रहा है.
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