टी-20 : भारत के सामने करो या मरो की स्थिति

Last Updated 11 Dec 2019 02:31:49 AM IST

फील्डिंग और बल्लेबाजी विभाग की अपनी कमजोरियों से सबक लेते हुए भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार को वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े मैदान पर तीसरे और अंतिम टी-20 मैच में ‘करो या मरो’ की स्थिति में उतरेगी जहां दोनों टीमों के लिए सीरीज दांव पर होगी।


मुंबई : अभ्यास सत्र के दौरान आराम फरमाते उप कप्तान रोहित शर्मा और अन्य खिलाड़ी। फोटो : गौतम सेन/एसएनबी

भारत ने हैदराबाद में पहले टी-20 मैच में छह विकेट से जीत अपने नाम कर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी लेकिन दूसरे मैच में वेस्ट इंडीज ने मेजबान टीम की खराब फील्डिंग और निचले क्रम की खराब बल्लेबाजी जैसी कमियों का बखूबी फायदा उठाते हुए तिरुवनंतपुरम में यह मैच आठ विकेट से जीत सीरीज 1-1 से बराबर कर दी।

विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया के लिए अब सीरीज हासिल करने के लिए विंडीज को मुंबई में बुधवार को होने वाले निर्णायक मुकाबले में हर हाल में पराजित करना होगा जबकि दो बार की टी-20 वि चैंपियन वेस्ट इंडीज हर हाल में इस मैच को जीत खुद को इस प्रारूप की सर्वश्रेष्ठ टीम घोषित करना चाहेगी। भारत जैसी मजबूत टीम को उसी के घर में हराना भी उसके लिए आस्ट्रेलिया में होने वाले अगले वि कप से पहले मनोबल बढ़ाने वाला होगा।

भारतीय टीम का दूसरे टी-20 मैच में प्रदर्शन सवालों के घेरे में रहा था और खुद कप्तान विराट ने टीम की फील्डिंग को खराब बताते हुए कहा था कि लगातार दो मैचों में उनके खिलाड़ियों ने जिस तरह से कैच टपकाए हैं वह काफी निराशाजनक है। भारत ने एक ही ओवर में दो कैच टपकाए थे जिसने मैच का रुख बदल दिया। वहीं निचले क्रम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी असंतोषजनक रहा था।

ओपनिंग जोड़ी रोहित शर्मा और लोकेश राहुल इस मैच में 24 रन ही जोड़ सके जबकि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे विराट ने भी 19 रन बनाए। टीम के ये तीनों बड़े रन स्कोरर पिछले मैच में सस्ते में आउट हुये लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों में रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर दहाई के आंकड़े को भी छू नहीं सके। हालांकि विराट का युवा शिवम दुबे को अपने नियमित तीसरे क्रम पर उतारने का फैसला इस मैच में काम आया जिन्होंने 54 रन की बेजोड़ अर्धशतकीय पारी से टीम को 170 के लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया।

वहीं विकेटकीपर ऋषभ पंत ने भी 33 रन की पारी खेली और नाबाद क्रीज से लौटे। लेकिन एक बार फिर साफ हो गया कि भारत अपने कुछेक बल्लेबाजों पर रन गति के लिए निर्भर रहता हैं। खुद विराट ने भी निचले क्रम पर मजबूत बल्लेबाजी को अहम बताया। भारत यदि फटाफट प्रारूप की विशेषज्ञ मानी जाने वाली वेस्ट इंडीज से सीरीज जीतना चाहता है तो उसके लिए मुंबई में अपनी पिछली गलतियों से सबक लेना होगा। टीम को अपने युवाओं से बेहतर खेल की उम्मीद है और अगले निर्णायक मुकाबले में एक बार फिर युवा ऑफ स्पिनर सुंदर, आलोचनाओं में घिरे रहने वाले विकेटकीपर पंत पर निगाहें होंगी।

सुंदर ने तिरुवनंतपुरम में 26 रन पर एक विकेट निकाला था और देखना दिलचस्प होगा कि टीम प्रबंधन वानखेड़े मैदान पर सुंदर को फिर मौका देगा या चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को उतारेगा। सुंदर ने टीम के लिए पिछले पांच मैचों में केवल तीन विकेट निकाले हैं जबकि काफी महंगे भी साबित हुए हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टी-20 मैचों में वह कोई विकेट नहीं निकाल सके थे।

दूसरी ओर विंडीज के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज कमाल की फार्म में हैं। लेंडल सिमंस, एविन लुईस, निकोलस पूरन और शिमरोन हेटमेयर अन्य बेहतरीन स्कोरर हैं। इसके अलावा कप्तान कीरोन पोलार्ड, ब्रैंडन किंग और जेसन होल्डर टीम के अन्य अहम खिलाड़ी हैं। वहीं गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज शेल्डन कोट्रेल, केसरिच विलियम्स, लेग स्पिनर हेडन वाल्श मजबूत खिलाड़ी हैं।

वार्ता
मुंबई


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