डरबन वनडे: दक्षिण अफ्रीका को सबक सिखाने उतरेगा उत्साह से लबरेज भारत
विषम परिस्थितियों में अपने जज्बे और साहस का बेजोड नमूना पेश करके तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कल से डरबन में शुरू होने वाली छह मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में अब बढे मनोबल के साथ उतरेगी
डरबन : वनडे सीरीज की तैयारी में जुटे भारतीय क्रिकेटर |
और उसका लक्ष्य दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर पहली वनडे श्रृंखला जीतकर नया इतिहास रचना होगा.यही नहीं विश्वकप 2019 के लिये अब केवल 14 महीने का समय बचा है और ऐसे में भारत इस श्रृंखला से विकेट महाकुंभ के लिये अपनी तैयारियों की भी शुरूआत करेगा.
भारत को अपनी बडी टेस्ट श्रृंखला से पहले काफी एकदिवसीय मैच खेलने हैं और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इसकी सकारात्मक शुरूआत करना उसके लिये बेहद जरूरी है.
भारत के वन डे उपकप्तान और शीर्ष बल्लेबाज रोहित शर्मा ने मंगलवार को कहा कि टीम इंडिया की नजर डरबन में मेजबान के खिलाफ टीम इंडिया के खराब रिकॉर्ड पर नहीं बल्कि एक फरवरी से शुरू हो रही छह मैचों की वन डे सीरीज जीतने पर है.
वन डे क्रिकेट में तीन दोहरे शतकों का वि रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले रोहित ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम सीरीज जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हम काफी लंबे अर्से बाद छह मैचों की सीरीज खेल रहे हैं. हम एक बार में एक मैच को लेकर ही आगे बढ़ेंगे और एक साथ पूरी सीरीज के बारे में नहीं सोचेंगे.’
भारत को दक्षिण अफ्रीका से छह वनडे और तीन टी20 मैच खेलने के बाद श्रीलंका में त्रिकोणीय श्रृंखला में भाग लेना है. इसके बाद आईपीएल होगा जबकि इसके बाद उसे इंग्लैंड और आयरलैंड में तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं. इंग्लैंड में अगस्त में वह पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगा.
इतने अधिक वनडे मैचों विशेषकर दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के प्रदर्शन के आधार पर टीम प्रबंधन को वि कप के लिये अपनी टीम सुनिश्चित करने का भी मौका मिलेगा. उसे टीम में जरूरी सुधार करने का अवसर भी मिलेगा.
इस सबके बीच भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला जीतने की कोशिश करेगी. भारत को इससे पहले यहां खेली गयी चार द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में हार का सामना करना पडा. उसने दो बार यहां त्रिकोणीय श्रृंखलाओं में भी हिस्सा लिया जिसमें तीसरी टीम जिम्बाब्वे और कीनिया थी लेकिन तब भी दक्षिण अफ्रीका ही चैंपियन बना था.
भारत का दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में रिकार्ड अच्छा नहीं है. भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 28 मैच खेले है जिनमें से केवल पांच में उसे जीत
मिली है और 21 मैच भारत ने गंवाये हैं. वर्तमान भारतीय टीम प्रबंधन इस रिकार्ड में सुधार करने के लिये बेताब है जिसका इरादा विदेश की परिस्थितियों में भारत के प्रदर्शन में सुधार करना भी है.
पहला मैच डरबन में खेला जाएगा जहां भारत का रिकार्ड अच्छा नहीं रहा है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1992-93 से इस स्थान पर भारत ने जो सात मैच खेले हैं उनमें से छह में उसे हार मिली जबकि एक का परिणाम नहीं निकला. भारत ने हालांकि 2003 वि कप के दौरान यहां इंग्लैंड और कीनिया को हराया था.
यहीं नहीं भारत की निगाह इस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करके वनडे टीम रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करना भी होगा. भारत अगर 4-2 से श्रृंखला जीत लेता है तो वह दक्षिण अफ्रीका के स्थान पर शीर्ष पर पहुंच जाएगा. दोनों टीमों के बीच अभी केवल दो रेटिंग अंकों का अंतर है.
विराट कोहली की टीम ने पिछले सप्ताह वांडर्स में अपना अजेय अभियान जारी रखकर टेस्ट मैचों में नंबर एक रैंकिंग भी बरकरार रखी. दक्षिण अफ्रीका ने भले ही टेस्ट श्रृंखला 2-1 से जीती लेकिन जोहानिसबर्ग में तीसरा मैच उसने 63 रन से गंवाया जहां की पिच को आईसीसी मैच रेफरी एंडी पायवाफ्ट ने खराब करार दिया.
भारत का फिलहाल वनडे रिकार्ड भी शानदार रहा है. उसने जनवरी 2016 में आस्ट्रेलिया से 1-4 से श्रृंखला गंवाने के बाद एक भी द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं गंवायी है. इस बीच उसने जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंर्ड दो बारी, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, श्रीलंका दो बारी ओर आस्ट्रेलिया को हराया. इस दौरान भारत ने द्विपक्षीय श्रृंखला के 32 में से 24 मैच जीते.
भारत इस बीच केवल इंग्लैंड में पिछले साल खेली गयी चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में पाकिस्तान से पराजित हुआ था.
भारतीय टीम अच्छी फार्म में है. कप्तान कोहली श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला में नहीं खेले थे. इसलिए मध्यवम में एक या दो स्थानों पर फैसला करना होगा. श्रेयस
अय्यर ने इस बीच अच्छी फार्म दिखायी थी और इसलिए उनका पक्ष मजबूत है लेकिन यहां अनुभव को भी तवज्जो दी जाएगी तथा दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे भी एक स्थान की दौड में हैं.
पिच भुरभुरी दिख रही है और डरबन में बारिश भी हुई है. कल भी बारिश की भविष्यवाणी की गयी है. ऐसे में देखना होगा कि भारत कितने स्पिनरों के साथ उतरता है. अगर एक स्पिनर अंतिम एकादश में शामिल किया जाता है तो चाइनामैन कुलदीप यादव को अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल पर तवज्जो दी जा सकती है ताकि वह डेविड मिलर और जेपी डुमिनी जैसे बायें हाथ के बल्लेबाजों पर अंकुश लगा सकें.
दक्षिण अफ्रीका की निगाह भी आगामी विश्व कप पर टिकी हैं लेकिन उसे पहले तीन मैचों में एबी डिविलियर्स के बिना उतरना पडेगा जिनकी उंगली चोटिल है. ऐसे में फरहान बेहारडीन को टीम में रखा जाता था लेकिन इस बार उन्हें टीम में नहीं लिया गया है.
डरबन में जन्में बल्लेबाज खायालिला जोंडो अपना पदार्पण कर सकते हैं. एक अन्य विकल्प हाशिम अमला और क्विंटन डिकाक के साथ पारी का आगाज करने और एडेन मार्कराम को
मध्यक्रम में उतारने का है. दक्षिण अफ्रीका एकमात्र स्पिनर इमरान ताहिर को लेकर उतर सकता है.
टीमें इस प्रकार हैं
भारत: विराट कोहली कप्तानी, शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्रसिंह धोनी विकेटकीपरी, हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र
चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, शादरुल ठाकुर में से.
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिर्स कप्तानी, हाशिम अमला,क्विंटन डि कॉक जेपी डुमिनी, इमरान ताहिर, एडेन मार्कराम, डेविड मिलर, मॉर्न मॉर्केल, विस मॉरिस, लुंगी एनगिडी, एंडिल
फैलुकवायो, कैगीसो रबादा, तबरेज शम्सी, खायालिला जोंडो में से.
मैच भारतीय समयानुसार शाम चार बजकर 30 मिनट से शुरू होगा.
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