जोहान्सबर्ग टेस्ट : भारत की अच्छी वापसी, दूसरी पारी में सधी शुरुआत
भारत ने वंडर्स स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच के दूसरे दिन अच्छी वापसी करते हुए दिन का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट के नुकसान पर 49 रन बनाए. स्टम्प्स तक लोकेश राहुल 16 और मुरली विजय 13 रन बनाकर खेल रहे हैं.
भारतीय ओपनर मुरली विजय (फाइल फोटो) |
भारत द्वारा पहली पारी में बनाए गए 187 रनों के जबाव में दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 194 रन बनाकर भारत पर सात रनों की बढ़त ले ली थी. दूसरी पारी में भारत ने इस लीड को उतारकर अपनी बढ़त को 42 रनों तक पहुंचा दिया है.
दूसरी पारी में भारत ने अपनी बल्लेबाजी क्रम में बदलाव किया और टीम प्रबंधन ने मुरली विजय के साथ पारी की शुरुआत करने राहुल के स्थान पर पार्थिव पटेल को भेजा. पटेल अच्छी लय में बल्लेबाजी कर रहे थे. उन्होंने तीन चौके लगाए. लेकिन, उनकी पारी का अंत एडिन मार्करम ने शानदार कैच पकड़कर किया.
वर्नोन फिलेंडर की गेंद पटेल के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर थाईपैड पर लग कर हवा में उछली और स्लिप की तरफ से भागते हुए आए मार्करम ने आगे की तरफ डाइव मारते हुए कैच पकड़ अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई. 15 गेंदों में 16 रन बनाने वाले पटेल 17 के कुल स्कोर पर आउट हुए.
इसके बाद राहुल और विजय ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया. दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 32 रनों की साझेदारी हो चुकी है.
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने भी मेजबान टीम के बल्लेबाजों को अपनी तेजी और उछाल से परेशान किया और बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया. भारत की तरह ही मेजबान टीम के सिर्फ तीन बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को छू सके. दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा 61 रन हाशिम अमला ने बनाए. उन्होंने अपनी पारी में 121 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके लगाए. उनके अलावा वर्नोन फिलेंडर ने 35 रनों का पारी खेली. वहीं नाइट वॉचमैन कागिसो रबादा ने 30 रन बनाए.
भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट लिए. भुवनेश्वर कुमार को तीन सफलताएं मिलीं. ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी को एक-एक विकेट मिला.
इससे पहले दिन का अंत एक विकेट के नुकसान पर छह रनों के साथ करने वाली मेजबान टीम दूसरे दिन लगातार विकेट खोती रही. भारत ने दूसरे दिन के पहले सत्र में मेजबान टीम के दो बल्लेबाजों को आउट किया. पहले दिन भारत को शुरुआती सफलता दिलाने वाले भुवनेश्वर कुमार ने दूसरे दिन डीन एल्गर को विकेट के पीछे पटेल के हाथों कैच करा मेजबान टीम का दूसरा विकेट झटका. एल्गर ने चार रन बनाए जिसके लिए उन्होंने 40 गेंदें खेलीं.
इसके बाद बुधवार के नाबाद नाइट वॉचमैन रबादा (30) और अमला ने मेजबान टीम को संभाला. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 64 रनों की साझेदारी की. रबादा जब अपने पैर जमा चुके थे, तभी ईशांत शर्मा की गेंद उनके बल्ले को छूती हुई चौथी स्लिप में खड़े अंजिक्य रहाणे के हाथों में गई. रहाणे ने बेहतरीन कैच पकड़ते हुए भारत को तीसरी सफलता दिलाई.
पहले सत्र का खेल खत्म होने तक अमला विकेट पर जमे हुए थे और उनके साथ देने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी की धुरी माने जाने वाले अब्राहम डिविलियर्स विकेट पर आ चुके थे. लेकिन, अफ्रीकी बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा परेशान करने वाले भुवनेश्वर ने डिविलियर्स (5) को एक बेहतरीन इन स्विंग गेंद पर बोल्ड कर दिया.
कप्तान फाफ डु प्लेसिस सिर्फ सात रनों का ही योगदान दे सके. उन्हें बुमराह ने बोल्ड किया. वह 125 के कुल स्कोर पर आउट हुए. क्विंटन डी कॉक (8) एक बार फिर विफल हुए और बुमराह की गेंद पर विकेट के पीछे पटेल को कैच देकर पवेलियन लौट लिए.
तीसरे सत्र में अमला का साथ फिलेंडर ने दिया और सातवें विकेट के लिए 44 रनों की साझेदारी की. बुमराह ने 169 के कुल स्कोर पर अमला की पारी का अंत करते हुए इस साझेदारी को तोड़ा और इसके बाद जल्द ही मेजबान टीम की पारी सिमट गई. अमला ने 121 गेंदों का सामना किया और सात चौके लगाए. अमला के बाद टीम के स्कोर में छह रन ही जुड़े थे कि शमी ने फिलेंडर को आउट कर अपना खाता खोला.
आंदिले फेहुलकवायो नौ, मोर्ने मोर्केल नौ रनों का योगदान ही दे सके. लुंगी नगिडी को आउट कर बुमराह ने दक्षिण अफ्रीकी पारी का समापन किया.
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